Facts About वशीकरण मंत्र किसे चाहिए Revealed
Facts About वशीकरण मंत्र किसे चाहिए Revealed
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इस तरह करने से ये मंत्र और मिश्रण अभिमन्त्रण हो जाता है.
काला कलुवा चौंसठ वीर ताल भागी तोर जहां को भेजूं वहीं को जाये मांस मज्जा को शब्द बन जाये अपना मारा, आप दिखावे चलत बाण मारूं उलट मूंठ मारूं मार मार कलुवा तेरी आस चार चौमुखा दीया मार बादी की छाती इतना काम मेरा न करे तो तुझे माता का दूध पिया हराम।
विधि: शनिवार की रात को भैरव देव की पूजा करके उक्त मन्त्र से गुड़ को इक्कीस बार अभिमन्त्रित कर जिसे भी खिलाया जायेगा, वही साधक के वश में हो जायेगा।
विधि: शनिवार की रात्रि में इस मन्त्र का एक सौ एक जप करें। मन्त्रजप के समय घी का दीपक जलता रहे। गुग्गुल की धूनी दें तथा पुष्प और मिठाई प्रसाद के रूप में चढ़ाएं। फिर उस मिठाई को मन्त्र से अभिषिक्त करके जिसे भी खिला देंगे, वह वशीभूत होकर कहना मानने पर बाध्य हो जाएगा।
होली या दीपावली जब रविवार के दिन हो, तो एरण्ड के पौधे को उपर्युक्त मन्त्र का उच्चारण करते हुए बाँयें हाथ द्वारा एक झटके से उखाड़कर ले आएं। फिर इसके छोटे-छोटे टुकड़े करके मन्त्र से इक्कीस बार अभिमन्त्रित कर जिस स्त्री से स्पर्श करा देंगे, वह तत्काल वशीभूत हो जाएगी।
इसमें विभिन्न यंत्र, तंत्र, और ताबीज का उपयोग किया जाता है.
टूटे रिश्तों को सुधारने और मजबूत करने के लिए।
आध्यात्मिक दृष्टिकोण से, वशीकरण मंत्रों का उपयोग दिल की शुद्धि और सत्य के साथ किया जाता है। यह मन की शक्तियों को जगाने का कार्य करता है और व्यक्ति को उच्च आदर्शों, स्वभाव के साथ और सच्ची इच्छा के साथ जीने के लिए प्रेरित करता है। इस प्रकार, वशीकरण मंत्र व्यक्ति के मन को उनकी उच्चतम प्राप्ति की ओर प्रेरित करने में सहायता कर सकता है।
वशीकरण कई प्रकार के होते है। जैसे; पति पत्नी, प्रेमी प्रेमिका, शत्रु वशीकरण, राज वशीकरण, देवी देवता वशीकरण, प्रेत वशीकरण इत्यादि।
इसे आप एक व्यक्ति, एक ग्रुप या समुदाय विशेष read more तक सिमित कर सकते है.
हाँ, वशीकरण मंत्रों का उच्चारण करने से मन एकाग्र होता है और ध्यान की स्थिति में आता है। इन मंत्रों का उपयोग ध्यान प्रदान करने, मेधा बढ़ाने और मन को शांत करने के लिए किया जा सकता है।
वशीकरण का नैतिक उपयोग इस पर निर्भर करता है कि इसे किस उद्देश्य से किया जा रहा है। जब इसका उपयोग रिश्तों को सुधारने, सकारात्मक बदलाव लाने, और जीवन को बेहतर बनाने के लिए किया जाता है, तो यह फायदेमंद साबित होता है। लेकिन गलत इरादों से इसका उपयोग हानिकारक हो सकता है और इसे पारंपरिक शास्त्रों में निषेध किया गया है।
इस पुस्तक में आठ सिद्धियां दी गई हैं जिनको कि विधिपूर्वक करने से मनुष्य अवश्य सफल होता है। वह सिद्धियां इस प्रकार हैं। (१) वशीकरण विद्या (२) आकर्षण विद्या (३) अष्टसिद्धि (४) कायाकल्प विद्या (५) यक्षणी साधन (६) भूत विद्या (७) ओझा विद्या (८) यन्त्र, मन्त्र और तन्त्र विद्या । वह विद्या ऐसी हैं यदि विधिपूर्वक की जायं तो पूरा २ अब भी असर करती हैं। लेकिन सिद्धि कार्य कर्त्ता पर निर्भर है।
इन्हें विशेष मंत्रों के साथ मिलाकर उपयोग किया जाता है.